khoya mobile ek hindi kahani

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एक समय की बात है बारिश का मौसम चल था काफी बारिश हो रही थी और मुझे घर से कहा गया की तुम्हे कुछ दवाईया लाना है मेने कहा ठीक लेकर आ जाऊंगा और में अपने घर से निकल गया और मुझे कुछ भी काम थे में उन्हें पूरा करकर घर की और वापस आने लगा

और बारिश कुछ ज्यादा ही होने लगी तो में रास्ते में रुक गया और जब बारिश बंद हुयी तो में घर की और वापस आने लगा फिर रास्ते में मुझे याद आया की मुझे कुछ दवाई लेनी है लेकिन एटीएम बंद था तो पैसे निकल नहीं पाया और मेरे पास कुछ ही पैसे थे मेने सोचा कोई बात नहीं आज कल तो डिजिटल का जमाना है , Google pay , phone pay से पेमेंट कर दूंगा

अब में medical store पंहुचा और दवाइया खरीदी और उनसे पूछा कितने पैसे हुए उन्होंने कहा भैया 180 रूपए हुए है मेने अपने पर्स में देखा तो उसमे 180 रूपए नहीं थे तो मेने उनको google , phone pay से payment करने को कहा लेकिन bank server बंद होने के कारण पेमेंट नहीं हो पाया मेने २ से तीन बार कोशिश किया लेकिन पेमेंट नहीं हो पाया

फिर मेने कहा भैया उनमे से एक दवाई का छोटा पैकेट देने को कहा और अब अमाउंट पूछा तो अमाउंट जितना मेरे पास cash मेरे पर्स में था मेने उन्हें पैसे दिए लेकिन जल्दबाजी में अपना मोबाइल वही छोड़ कर आ गया मुझे पता ही नहीं चला और में घर आ गया

जब घर वापस आया मेने अपने जेब में धयान दिया तो मुझे याद आया की मेरा मोबाइल मेरे जेब में नहीं मुझे तुरंत में लगा की मेरा मोबाइल कहा गिर गया फिर मुझे लगा शायद मोबाइल वही मेडिकल में छुट गया होगा तुरंत मेरे भाई ने मेरे नंबर में कॉल किया ” आप यही सोच रहे होंगे की मोबाइल स्विच ऑफ हो गया होगा ” अक्सर ऐसा ही होता है दोस्तों लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ

मोबाइल की रिंग बजी और मेडिकल स्टोर वाले भाई ने फ़ोन उठाकर बताया की भैया यह मोबाइल भाई ने छोड़ दिया है मेडिकल स्टोर में उन्हें खबर कर दे और उन्हें कहे की अपना मोबाइल लेकर चला जाए मुझे बहुत ख़ुशी हुयी की मेरा मोबाइल खोते खोते मुझे वापस मिल गया

दोस्तों इस कहानी के माध्यम से मे आपको बताना चाहता हु की ईमानदारी आज भी जिंदा है मुझे बहुत अच्छा लगा

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इस कहानी को पढने की आप सभी का आभार